DRI की टीम ने पूर्वी चंपारण के चकिया टोल प्लाजा से 1 करोड़ का चाइनीज और कोरियन निर्मित सिगरेट जब्त किया। मौके से दो कैरियर को भी गिरफ्तार किया गया। दोनों कंटेनर के चालक और उपचालक हैं जो राजस्थान के रहने वाले हैं। इनके नाम पते का सत्यापन किया जा रहा है। सिगरेट की कुल 3,71,400 स्टिकस है। नागालैंड नम्बर कन्टेनर को भी जब्त किया गया है। बताया गया कि इस पर कैरियर का सामान लोड था। इसी की आड़ में चाइनीज सिगरेट की स्मगलिंग की जा रही थी। कंटेनर में चालक के केबिन के अंदर एक तहखाना बनाया गया था। इसमें सिगरेट के बॉक्स को छुपाया गया था।
DRI को गुप्त सूचना मिली थी गुवाहाटी से स्मगलिंग कर सिगरेट को कानपुर ले जाया जा रहा है। DRI अधिकारियों ने टीम गठित कर चकिया टोल प्लाजा के समीप सादे लिबास में घेराबंदी की। इसी दौरान उक्त कन्टेनर को आता देख उसे रोका गया।
सख्ती से पूछने पर दी जानकारी
कंटेनर चालक और उपचालक को हिरासत में लिया गया। उससे पूछताछ की गई। बताया कि इस पर कुरियर का सामान लोड है। इसे कानपुर लेकर जाना है। इसके कागजात भी टीम को दिखाए गए। लेकिन, सटीक सूचना होने के कारण कन्टेनर की बारीकी से तलाशी ली गयी। देखा गया कि अंदर में तहखाना बनाकर सिगरेट को छुपाया गया है।
म्यांमार बॉर्डर से आया भारत में
DRI अधिकारियों ने बताया कि सिगरेट चाइनीज और कोरियन निर्मित है। इसे म्यांमार बॉर्डर से तस्करी कर भारत मे लाया गया था। इसके बाद गुवाहाटी में कन्टेनर पर बने तहखाना में इसे छुपाया गया। फिर उसपर कुरियर का सामान लोड कर कानपुर सप्लाई करने को भेजा गया था। इसी दौरान टीम ने रास्ते मे इसे पकड़ लिया।
पूछताछ में कैरियर ने बताया की उन दोनों को 20-20 हज़ार रुपये इसे पहुंचाने पर देने की बात गुवाहाटी के एक व्यवसायी ने कही थी। साथ ही पांच-पांच हज़ार रुपये एडवांस भी दिए गए थे। शेष रुपये काम पूरा होने के बाद देने की बात कही थी। DRI अधिकारी ने बताया कि दोनों को आज जेल भेजने की कवायद की जा रही है। इनके पास से मोबाइल समेत अन्य सामान जब्त किए गए हैं। इससे अहम सुराग मिला है। इसी आधार पर टीम आगे की कार्रवाई कर रही है।
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