मुजफ्फरपुर, बैंकिंग संशोधन बिल 2021 के विरोध में आज से बैंककर्मी दो दिन हड़ताल पर है। बैंक बचाओ-देश बचाओ के नारे के साथ बैंकों के निजीकरण का विरोध जारी। इस दौरान बैंक शाखाएं बंद हैं। इस बीच ग्राहकों की परेशानी बढ़ गई है। एटीएम सेवा पर भी असर पड़ेगा। हड़ताल को लेकर भारतीय स्टेट बैंक संघ कार्यालय में यूनाइटेड फोरम जिला समिति की की हुई थी बैठक। बैंककर्मियों ने निजीकरण का विरोध करते हुए राष्ट्रीयकरण के पक्ष में जनता से सहयोग मांगा। हड़ताल के दौरान निजी बैंकों को भी बंद कराया जाएगा। यूनाइटेड फोरम के जिला संयोजक चंदन कुमार ने कहा कि बैंकों का निजीकरण आर्थिक अपराध है। सरकार पूंजीपतियों के खराब ऋण को कानूनी जामा पहना कर जनता की गाढ़ी कमाई को आर्थिक अपराधियों के हाथों से बेचना चाहती है। बिहार स्टेट सेंट्रल बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के महामंत्री मृत्युंजय मिश्रा ने कहा कि सरकारी बैंक हमेशा लाभ देते रहे हैं। पूंजीपतियों द्वारा लिए गए खराब ऋण के प्रोविजन के कारण ग्रास प्रोफिट से नेट प्रोफिट कम हो जा रहा है। आल इंडिया इंडियन बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के सहायक महासचिव विशाल सिन्हा ने कहा कि बैकों के निजीकरण से बैंक लोन पर ब्याज बढ़ेगा। किसानों,गरीबों और बेरोजगारों को ऋण नहीं मिलेगा। देश में फिर से ब्याजी प्रथा बढ़ेगी। जनता की कमाई का उपयोग पूंजीपति करेंगे एवं देश मे बेरोजगारी बढ़ेगी। बैंक आफ इंडिया आफिसर्स एसोसिएशन बिहार इकाई के अध्यक्ष डा. अच्युतानंद ने कहा कि निजीकरण गरीब जनता की विरोधी एवं पूंजीपतियों के लिए कल्याणकारी है। उन्होंने राष्ट्रहित में सभी से आंदोलन को कामयाब बनाने में सहयोग की अपील की।
Ali Haider
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